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लेखनी कहानी -10-Jan-2023 मुहावरों पर आधारित कहानियां

11. अभी तो पार्टी शुरू हुई है 

यह हास्य व्यंग्य चोर चोर मौसेरे भाई मुहावरे पर आधारित है । 

अभी कुछ दिनों पहले एक समाचार आया था "अरविंद मायाराम" के यहां सीबीआई का छापा पड़ा । समाचार पढकर हम जैसे कलम के कीड़ों का कुलबुलाना तो बनता है ना ? तो हमारी आत्मा कुलबुलाने लगी "कौन है ये मायाराम और इसके यहां छापा क्यों पड़ा ? छापा पड़ गया तो कोई बात नहीं पर इसके यहां छापा पड़ने से ग्रांड ओल्ड पार्टी की "खड़ाऊं" को दर्द क्यों हुआ और वह क्यों बिलबिलाने लगी ? दाल में कुछ काला है या पूरी दाल ही काली है ? और ये अरविंद नाम जहां कहीं आ जाता है वहां गड़बड़झाला क्यों लगने लगता है ? इस अरविंद नाम में ऐसी क्या महानता है जो झूठ, फरेब, मक्कारी, धूर्तता और षड्यंत्रों के नये नये आयाम गढती है" ? 
हमने अपने ज्ञान चक्षु खोले । वैसे ज्ञान चक्षु तो केवल "सर जी" के पास ही हैं पर उन्होंने अभी इनका पेटेन्ट नहीं करवाया है इसलिए हम जैसे कलम घसीटू टटपूंजिये भी कभी कभी ज्ञान चक्षु खोलने की हिमाकत कर लेते हैं । पर ये अरविंद जी तो मायाराम निकले । तो इनके कहने ही क्या हैं ? अरविंद तेरी माया और नोटबंदी की तुझ पे छाया । 

जी हां, सीबीआई ने छापेमारी इसी कारण की थी । पहले तो ये जान लो कि ये शख्स है कौन ? राजस्थान राज्य का एक प्रतिष्ठित IAS अधिकारी जो अब सेवानिवृत्त है लेकिन राजस्थान सरकार के "जादूगर" मुख्यमंत्री ने इन्हें अब भी अपनी सरकार में आर्थिक सलाहकार बना रखा है । इतना सा ही परिचय नहीं है श्रीमान जी का । इनकी मां इन्दिरा मायाराम जादूगर की सरकार में मंत्री रही हैं और इनके पिता ग्रांड ओल्ड पार्टी के प्रमुख नेता रहे हैं । इस प्रकार यह भली भांति सिद्ध है कि इनका ग्रांड ओल्ड पार्टी से गहरा नाता था,  है और रहेगा । ये "भारत जोड़ो यात्रा" रूपी यज्ञ में आहुति देकर अपनी श्रद्धा भी प्रदर्शित कर चुके हैं । 

अब बात करते हैं कि इनके यहां सीबीआई ने छापा क्यों मारा ? सन 2004 में मौनी बाबा ने इस देश पर कृपा की और अपने मौन से देश को हांकने का नाटक किया जबकि सबको पता है कि देश को असल में कौन हांक रहा था । तब चिदंबरम वित्त मंत्री थे । नोट में एक धागा होता है जिसे सेफ्टी थ्रेड कहते हैं, की और नोट छापने के कागज की आपूर्ति करने का ठेका ब्रिटेन की एक क॔पनी डे ला रूए को दिया गया । कहते हैं कि उसका मालिक इटली का था । अब आप समझ ही गये होंगे कि इसको ठेका क्यों मिला होगा । इसने दावा किया था कि इनका सेफ्टी थ्रेड रंग बदलता है पर कभी किसी ने इस दावे की सत्यता नहीं जांची और बिना सत्यता जांचे ठेका इस कंपनी को दे दिया । सन 2008 में भारतीय खुफिया एजेन्सियों ने सूचना दी कि पाकिस्तान की करेन्सी के लिए कागज और सेफ्टी थ्रेड भी यही कंपनी सप्लाई कर रही है जिससे पाकिस्तान में भारत के नकली नोट छप रहे थे और भारत में आतंकवादियों के माध्यमसे आ रहे थे । 

सन 2004 में अरविंद मायाराम वित्त मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव थे जो 10 जनपथ के बहुत करीबी थे । ये सीधे ही सुपर प्राइम मिनिस्टर से निर्देश लेते थे । इन्होंने ही वह ठेका डे ला रूए कंपनी को दिलवाया या । सन 2009 में प्रणब मुखर्जी वित्त मंत्री बन गये और चिदंबरम गृह मंत्री बने । तब अरविंद मायाराम को वित्त मंत्रालय से हटा दिया गया । सुरक्षा एजेन्सियों की रिपोर्ट के आधार पर और प्रणब दा की कठोरता के कारण चिदंबरम की ना नुकर करने के बावजूद इस कंपनी को वित्त और गृह मंत्रालय ने ब्लैक लिस्ट कर दिया । इसके बाद प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति बन गये और वित्त मंत्रालय फिर से चिदंबरम साहब के पास आ गया और अरविंद मायाराम फिर से वित्त सचिव बन गये । 

मजे की बात यह है कि सन 2012 में अपने दम पर अरविंद मायाराम ने यह ठेका इस कंपनी को तीन साल के लिए और बढा दिया जिसकी स्वीकृति 2013 में दी गई थी । इस प्रकार बिना वित्त मंत्री और प्रधान मंत्री की स्वीकृति के वह ठेका किसके आदेश पर इस प्रतिबंधित कंपनी को मायाराम ने दिया किसके कहने पर और क्यों ? जबकि इस डे ला रूए कंपनी के कारण पाकिस्तान से बहुत सारी फेक (नकली) करेन्सी भारत आ चुकी थी लेकिन मौनी बाबा सब कुछ देखकर भी अनदेखी करते रहे और मौन साधे बैठे रहे । रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार असली करेन्सी से ज्यादा नकली करेंसी चल रही थी भारत में । इस नकली करेंसी को खत्म करने के लिए ही यह नोटबंदी की गई थी । 

अभी तो आगे आगे देखना कि चोर चोर मौसेरे भाई कौन कौन निकलते हैं और कौन कौन जेल की चक्की पीसते हैं ?  अभी तो पार्टी शुरू हुई है । अभी तो मजा आने लगा है । देखते हैं कि यह पार्टी कब तक चलने वाली है । 



श्री हरि 
16.1.2023 

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6 Comments

Gunjan Kamal

20-Jan-2023 05:01 PM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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Hari Shanker Goyal "Hari"

22-Jan-2023 08:08 PM

धन्यवाद जी

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Punam verma

17-Jan-2023 08:42 AM

Very nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

22-Jan-2023 08:07 PM

धन्यवाद जी

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Abhinav ji

17-Jan-2023 08:02 AM

Very nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

22-Jan-2023 08:07 PM

धन्यवाद जी

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